Sunday 8 March 2015

महिला दिवस पर...................


स्त्री और पुरुष दोनों physical रूप से अलग हैं, अन्यथा दोनों में कोई भेद नहीं हैं और दोनों ही इंसान हैं । इस दुनिया को पित्रसत्तात्मक बना दिया गया हैं । दोनों के लिए अलग-अलग नियम हैं । हालांकि धीरे-धीरे महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में आगे आ रही हैं, फिर भी मंजिल अभी बहुत दूर हैं । समाज में भेदभाव हर क्षेत्र में इतना गहरा व्याप्त हैं कि शिक्षा, घर, समाज प्रत्येक जगह से समानता की शुरुआत करनी होगी तब कहीं जाकर हम महिलाओं की बराबरी की बात कर सकते हैं और उसकी ओर आगे बढ़ेंगे । सबसे बड़ी बात दुनिया को एक महिला ही आगे बढ़ाती हैं - सबसे बड़ी भगवान की कृति "माँ" हैं । फिर यह असमानता क्यों.......................................?
फिर भी इस उम्मीद के साथ कि महिलाओं को पुरुष के माँ-सम्मान, सम्मान, बराबरी, इज्जत सब कुछ जिसकी वह अधिकारिणी हैं सही मायने में उसे एक दिन जरूर मिलेगा.........................इसी के साथ सभी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाओं के साथ........................................................................................................

"आराधना"

सीखना कभी खत्म नहीं होता, हम लगातार सीखते जाते हैं और जो कुछ हम सीखते हैं अगर उन्हे हम सभी से share करें तो और लोग उन  चीजो को सीखते हैं । यह निरंतर चले वाली प्रक्रिया हैं । .................      अतः हमें लगातार सीखने का प्रयास करते रहना चाहिये । 

Wednesday 30 April 2014

Kabhee kabhee man.......................



कभी - कभी मन एकदम उदास हो जाता हैं
कभी - कभी मन एकदम निराश हो जाता हैं
कभी - कभी मन एकदम खुश हो  जाता हैं
कभी - कभी मन एकदम उछल पड़ता हैं
कभी - कभी मन एकदम  शांत हो जाता हैं
जैसे कोई ठहरा हुआ पानी की हो ............................परंतु किसी भी परिस्थिति में मन को खुश रखना हमारे ऊपर हैं ...........अतः हमेशा खुश रहना चाहिए ।

Sunday 6 April 2014

Study time (National Library of China)................

What a technology.....................................?

This is study time........................................


"National Library of China"

Wednesday 26 February 2014

जिंदगी में कभी खुशी तो कभी गम आते - जाते रहते हैं । जीवन के एक पहलू पर जब कोई इंसान कुछ गलत किया रहता हैं तो कभी उसे थोड़ा दुख मिलता हैं, तो कभी किसी को थोड़ा ज्यादा दुख मिलता हैं, तो कभी किसी को पूरा दुख ही दुख मिलता हैं । दूसरी तरफ दुख का दूसरा पहलू यह भी कि कोई इंसान कुछ गलत नही किया रहता फिर भी उसे थोड़ा दुख मिलता हैं, किसी को थोड़ा ज्यादा दुख मिलता हैं और किसी को पूरा पूरा का पूरा दुख मिलता हैं । फिर भी जिंदगी जीना तो पड़ता हैं अपने लिए न सही किन्तु अपनो के लिए जीना पड़ता हैं। इसी नाम ज़िंदगी हैं । जीवन के इन्ही सब पहलू के कारण किसी संत महापुरुष ने सही कहा कि -

"जिंदगी उसी को आजमाती हैं,
                               जो हर मोड पर चलना जानता हैं । 
कुछ पाकर तो हर कोई मुस्कुराता हैं,
                               जिंदगी उसी की हैं जो सब कुछ खोकर
मुस्कुराना जानता हैं । "

उम्मीद हैं हर कोई जीवन को सार्थक ढंग से जीने की कोशिश करता होगा । 


Sunday 15 December 2013

"Sachin means Cricket..................Cricket means Sachin"

"Sachin means Cricket...................Cricket means Sachin"

No options of SachinTendulkar........................Let's read journey through highest number of run scored in....

Highest number of Runs scored in Tests [15,921]
Highest number of Runs scored in ODIs [18,426]
Highest number of Runs scored in International Matches


[34,357]
Highest number of Runs scored in World Cups [2,278]
Highest number of Runs scored in a single World Cup [673]
Highest number of Runs scored in Tournament Finals [1851]
Highest number of 100’s scored in Tests [51]
Highest number of 100’s scored in ODIs [49]
Highest number of 100’s scored in International Matches [100]
Highest number of 100’s scored in World Cups [6]
Highest number of 100’s scored in Tournament Finals [6]
Highest number of consecutive 100’s scored in Tournament
Finals[4]