जिंदगी में कभी खुशी तो कभी गम आते - जाते रहते हैं । जीवन के एक पहलू पर जब कोई इंसान कुछ गलत किया रहता हैं तो कभी उसे थोड़ा दुख मिलता हैं, तो कभी किसी को थोड़ा ज्यादा दुख मिलता हैं, तो कभी किसी को पूरा दुख ही दुख मिलता हैं । दूसरी तरफ दुख का दूसरा पहलू यह भी कि कोई इंसान कुछ गलत नही किया रहता फिर भी उसे थोड़ा दुख मिलता हैं, किसी को थोड़ा ज्यादा दुख मिलता हैं और किसी को पूरा पूरा का पूरा दुख मिलता हैं । फिर भी जिंदगी जीना तो पड़ता हैं अपने लिए न सही किन्तु अपनो के लिए जीना पड़ता हैं। इसी नाम ज़िंदगी हैं । जीवन के इन्ही सब पहलू के कारण किसी संत महापुरुष ने सही कहा कि -
"जिंदगी उसी को आजमाती हैं,
जो हर मोड पर चलना जानता हैं ।
कुछ पाकर तो हर कोई मुस्कुराता हैं,
जिंदगी उसी की हैं जो सब कुछ खोकर
मुस्कुराना जानता हैं । "
उम्मीद हैं हर कोई जीवन को सार्थक ढंग से जीने की कोशिश करता होगा ।
मुस्कुराना जानता हैं । "